फरीदाबाद। प्रदेश में इन दिनों विपक्ष नाम की चीज लगभग नहीं है, ऐसे में सत्ताधारी दल में ही नेताओं की इच्छाएं हिलौरे मारती रहती हैं, वर्तमान समय में सत्ताधारी दल में इस प्रकार के नेताओं की कमी नहीं है जो कि परिसीमन का लॉलीपाप चूसते घूमते दिखाई दे जाएंगे। केन्द्र व प्रदेश में पिछले 11 साल से भी अधिक समय से भाजपा सत्ता में हैं. इसका श्रेय मोदी के बाद अधिकतर भाजपा के नेता खुद को देते हैं? इन में से जो नेता विधायक बन गए वह तो खुश हैं, लेकिन ऐसे नेताओं की संख्या दर्जनों में है, शेष सैकडों नेताओं को इस बात का मलाल भी है कि 11 साल हो गए, लेकिन अभी तक पार्टी ने उनकी सुध नहीं ली है, यही कारण है कि इस प्रकार के मायूस नेताओं को इन दिनों सत्ताधारी दल व संगठन के नेता परिसीमन का लॉलीपाप थमा रहे।
इसी प्रकार के अधिकतर नेताओं को अब एक ही वायदा मिल रहा है कि जो हो गया सो हो गया, अब अगले साल के शुरु में परिसीमन का काम शुरु हो जाएगा की संख्या बढ़ जाएगी तथा आप अपनी पसंद का नया विधानसभा क्षेत्र देखकर तैयारी शुरु कर देना? नेताओं व संगठन के आला नेताओं की इस बात में दम भी दिखाई देता है तथा उनको यह जानकारी भी है कि अब परिसीमन होना है और उससे उनका नम्बर भी विधानसभा चुनावों में आ सकता है, इस कारण इन दिनों फील्ड में भाजपा के कुछ नए नेता खासे सक्रिय दिखाईदेते हैं जो कि खुद को विधानसभा उम्मीदवार के रुप में पेश कर रहे हैं?
