चंडीगढ़। हरियाणा में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान विश्वासघात करने वालों और मझधार में छोड़ने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं को अब पार्टी हाई कमान ने सबक सिखाने का फैसला किया है। तमाम तरह के फीडबैक लेने के बाद यह सामने आया है कि पार्टी ऐसे किसी नेता या पदाधिकारी को चेयरमैन बनाएगी या कोई लाभ का पद उसने चुनाव में पार्टी के साथ दगाबाजी की या फिर राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए पार्टी को बीच में ही खेड़ मझधार में ही छोड़ दिया। पार्टी के कई सीनियर नेताओं के अनुसार लोकसभा विधानसभा चुनाव की सर्वे रिपोर्ट को आधार बनाते हुए पार्टी ने पार्टी से दगाबाजी करने वाले
