जागरण संवाददाता, फरीदाबाद धार गाड़ी से कुचलकर प्रापर्टी डीलर की हत्या के मामले में स्वजन के हंगामे के बाद पुलिस ने एसीपी राजेश लोहान के बेटे सहित चार पूरे दिन आरोपितों के नाम नहीं खोले। जबकि अन्य मामलों में पुलिस हिरासत में लेने के तुरंत बाद आरोपितों के नाम बता देती है। पुलिस की ओर से यह भी नहीं बताया गया कि थार को कौत चला रहा था। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी नहीं खंगाले गए। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली को लेकर कानून के जानकार सवाल खड़ा कर रहे हैं कि कहीं न कहीं आरोपितों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। एसीपी का बेटा शामिल होने के कारण पुलिस कानूनी बाध्यता बता मामले को स्पेशल ट्रीटमेंट दे रही है।
नंगला एनक्लेव में रहने वाले मनोज मंगला प्रापर्टी डीलर थे।
