फरीदाबाद। औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में सार्वजनिक परिवहन की स्थिति बदहाल है। करीब 28 लाख की आबादी वाले शहर में लोगों की आवाजाही के लिए महज 50 सिटी बसें चल रही हैं। नतीजतन, लोगों को रोजाना ऑटो और निजी वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता है।
सुबह-शाम दफ्तर जाने वाले लोगों और स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्रों को ऑटो में धक्के खाते हुए सफर करना पड़ता है। वहीं, रात के समय भी लोगों को ऑटो का सहारा लेना पड़ता है, जो कई बार असुरक्षा की वजह बन जाता है। महिलाओं को कैब में सफर करने में हिचकिचाहट महसूस होती है।
