
कंपनी के हवाले करने का निर्णय लिया है। विभाग ने घाटे से उबरने के लिए यह कार्ययोजना तैयार की है। निजी कंपनी के पास बिजली फाल्ट ठीक करने से लेकर बिजली बिल की वसूली का काम होगा। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम निर्जी कंपनी से अनुबंध कर सकता है।
ग्रामीण एरिया में बिजली चोरी और बिल न भरने की वजह से बिजली -निगम घाटे में है। विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक, यहां के 15 ग्रामीण फीडर 65 प्रतिशत से लेकर 81 प्रतिशत तक घाटे में चल रहे हैं। इन 15 फीडर के अंतर्गत 74 गांव आते हैं। बिजली निगम प्रबंधन ने यहां लगातार हो रहे घाटे को दूर करने के लिए घाटे वाले 15 फीडर की पहचान कर उन्हें निजी कंपनी के हवाले करने की योजना तैयार की है।