नई दिल्ली हाई कोर्ट के वरिष्ठ जज के ऊपर एक सनसनीखेज आरोप लगा है कि उन्होंने एक कंपनी के पक्ष में फैसला कराने के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी या एनक्लैट) के न्यायिक सदस्य से सिफारिश की। ये मामला शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में आया, जिसने कहा कि भारत के प्रधान न्यायाधीश इस मामले की प्रशासनिक पहलू से देखेंगे।
सीजेआइ बीआर गवई, न्यायमूर्ति सूर्यकांत और जोयमाल्या बागची की पीठ के समक्ष वकील प्रशांत भूषण ने दावा किया कि उनकी जानकारी के मुताबिक हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की तरफ से कंपनी के अपीलीय न्यायाधिकरण से जुड़े न्यायिक सदस्य को संदेश दिया गया है। गौरतलब है कि केएलएसआर इन्फ्रा ने दिवालिया कार्रवाई एनसीएलएटी चेन्नई में अपील कर है।
