
फरीदाबाद। लगभग आठ महीने होने जा रहा है। फरीदाबाद कि जनता केलिए जो अपनी नौद सुख चैन गवां कर एक टेंट सड़क पर लगा कर सरकार से मांग सिर्फ इतनी है कि हमारे फरीदाबाद को रेफर मुक्त बनाया जाए पूरी सदर्दी निकल गई टेंट में पूरी गर्मी चली गई अब बरसात का मौसम शुरू होगया है। सतीश चोपड़ा आज भी उसी टेंट में अनशन पर बैठे है कि सरकार हमारे फरीदाबाद को रेफर मुक्त बनाए एक सुपर स्पेशलिस्ट ट्रामा सेंटर ही।
अभाव सतीश चोपड़ा जी की त्याग और बलिदान का नतीजा तो कुछ कुछ दिखने लगा सरकार केंद्र कि हो या हरियाणा की हो उनके मांग पर कार्यवाही शुरू हो गई है पर अभी धीमी गति से शुरू हुई है और कुछ तो सरकार ने मान लिया है कुछ अभी बाकी है जैसे कि आई सी यू 6 बेड कि बंडिलेटर 6 बेड कर किमो थेरेपी के स्टॉप को ट्रेनिंग पे भेजा गया है रेडियो लॉजिस्ट के लिए किसी भी प्राइवेट हॉस्पिटल में चीके की पर्ची लेकर महिलाएं जाए और आसाउंड करवा ले करोड़ का ठेका भी छोड़ दिया है बोके हॉस्पिटल की बिल्डिंग बनाने की। यहां तक बीके को 400 बेड करने जा रहे हैं।
चार सीएचसी की अपीट करने जा रहे हैं। ये सब सतीश चोपड़ा की बलिदान और तपस्या का फल है अभी उम्मीद है कि मुख्म मंत्री जी पंद्रह अगस्त को कुछ बड़ा पोषणा करने वाले हैं रेफर मुख फरीदाबाद के विषय में सतीश चोपड़ा का कहता है कि जब तक सरकार सारी मांग पूरी नहीं कर देती और जमीन पर काम चालू नहीं हो जाएगा तब तक मेरा संघर्ष जारी योगा उसके लिए बाहे मेरी जान ही क्यों न चली जाए।