
मिट्टी के नीचे नहीं अब 'हवा' में उगेंगे आलू, दो जिलों में बन रही लैब
हापुड़, हिन्दुस्तान ब्यूरो। सरकार ने जहां यूपी के आगरा में पेरू आलू अनुसंधान केंद्र की शाखा खोले जाने की कैबिनेट की मीटिंग में हरी झंडी दी है। वहीं हापुड़ और कुशीनगर में करीब 20 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे ऐरोपोनिक खेती के लिए यूनिट तैयार हो गई है।
2025 में ही हापुड़ में आलू ह उगने शुरू हो जाएंगे। हापुड़ जिल् सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर पोटैटो की स्थापना के साथ, एरोपोनिक तकनीक का उपयोग करके आलू उगाने की शुरुआत हो जाएगी। सरकार द्वारा एरोपोनिक खेती करने की सहमति देने के बाद केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र में बिना जमीन और मिट्टी के सब्जी की खेती ट्रेनिंग एरोपोनिक तकनीक की शुरूआत यूपी में हो चुकी है। ऐरोपेनिक बिना मिट्टी और पानी के आलू उगाने का एक अभिनव तरीका है, जो उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक आशाजनक विकल्प हो सकता है। यह तकनीक न केवल आलू की पैदावार और गणवता TINDER DUGG. मदद कर सकती है। रामट्टी जैसे के संरक्षण में भी ढाई एकड़ में बन रहा है एक्सीलेंस पोटैटो: सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर पोटैटो बाबूगढ़ स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के पास ही ढाई एकड़ जमीन में तैयार कराया जा रहा है।
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