
जोधपुर आप कोई चिट्ठी-पत्री रजिस्टर्ड पोस्ट से भेज रहे है तो संभवतः यह आपकी अंतिम रजिस्टर्ड डाक हो सकती है। भारतीय डाक विभाग ने ब्रिटिश काल से चली आ रही रजिस्टर्ड डाक सुविधा को बंद कर इसे स्पीड पोस्ट सर्विस में मर्ज करने का निर्णय लिया है।
देशभर के पोस्टमास्टर को डाक विभाग ने सर्कुलर भेजकर सभी आवश्यक संशोधन 31 जुलाई जक पूरा करने के निर्देश दिए था, ताकि एक सितंबर, 2025 से रजिस्टर्ड पोस्ट को बंद किया जा सके। इसके बाद यह सुविधा इतिहास बन जाएगी। इसके बाद जरूरी कागजात या सामान भेजने, के लिए सिर्फ स्पीड पोस्ट का ही विकल्प बचेगा।
रजिस्टर्ड डाक की शुरुआत 1854 में ब्रिटिश राज में हुई थी, जब लॉर्ड डलहौजी ने भारत डाकघर अधिनियम लागू किया था। उससे पहले 1766 मे चारेन हेस्टिंग्स ने ईस्ट इंडिया कंपनी के तहत कंपनी मेल शुरू किया था। यह सेंवा 171 साल से लोगों को दस्तावेज और सामान भेजने का सस्ता व भरोसेमंद तरीका उपलब्ध करा रही थी।