फरीदाबाद। बदलते मौसम और बढ़ते वायु प्रदूषण का असर लोगों की सेहत पर साफ दिखने लगा है। लोग खांसी, जुखाम, बुखार, सिर दर्द आदि बीमारियों की चपेट में आ रहे है। ईएसआईसी समेत निजी अस्पतालों में सामान्य मरीजों की ओपीडी में 15 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में डॉक्टरों ने लोगों से सावधानी बरतने की सलाह दी है।
पिछले कुछ दिनों से मौसम में बदलाव लगातार जारी है। खासकर दीवाली के बाद मौसम काफी बदल बढ़ना गया है। दिन में तेज धूप के कारण गम होती है। सुबह-शाम हल्की ठंड होती है। वहीं प्रदूषण भी धीरे-धीरे शुरू हो गया है, जिससे लोग बीमारिय की चपेट में तेजी से आ रहे हैं।
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक सप्ताह पहले जहां, सामान्य मरीजों की ओपीडी 500 होती थी। थी। वह अब 650 तक मंच गई है। बीके अस्पतालू में में करीब 20 प्रकि प्रवृद्धि हु IN निजी अध्यतेला की ब ओपीडी है। अस्पतालों की बात करें तो यहां भीमख्या में लोग खांसी, जुखाम, बुखार, शरीर दर्द, सिर दर्द के पहुंच रहे हैं। सेक्टर-16 स्थित मेट्रो अस्पताल की न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुषमा शर्मा ने कहा कि मौसम में आ रही ठंडक और वायु गुणवत्ता में गिरावट दोनों मिलकर लोगों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहे हैं।
एनआईटी की हवा सबसे खराब
प्रदूषण के स्तर की बात करें तो केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार गुरुवार को फरीदाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 198 दर्ज किया गया। यह मध्यम श्रेणी में है, लेकिन खराब श्रेणी से सिर्फ दो अंक नीचे है। दीवाली के बाद शहर में हुई आतिशबाजी ने प्रदूषण को चरम पर पहुंचा दिया था, जब एक्यूआई सामान्य से करीब पांच गुना अधिक दर्ज किया गया था। उसके बाद हवा में मामूली सुधार हुआ है, मगर स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। शहर के अंदरूनी क्षेत्रों की बात करें तो एनआईटी क्षेत्र में एक्यूआई 229 जबकि सेक्टर 30 में 167 रहा।
