
गत चार मई को महानगर विकास प्राधिकरण की बैठक में प्रदेश के मुखिया जी अवैध निमार्णों को लेकर कडा रुख दिखा कर गए थे, एसओपी बनाने से लेकर एक विभाग को इस नामलें में नोडल अधिकारी के रुप में नियुक्त करने की बात कही गई थी, लेकिन बीस दिन बीत जाने के बाद भी इस तरफ किसी भी विभाग ने किसी भी तरह की पहल नहीं की है? बरिक आज भी फरीदाबाद के एन आई टी नम्बर एक, तीन पांच में दर्जनों की संख्या में अपव निर्माण हो रहे हैं, निगम की महापौर इस मामले में निगमायुक्त को पत्र लिख चुकी है. निगम की पूर्व निगमायुक्त भी अपने कार्यकाल के अंतिम दिन ही सही पर सभी संयुक्त आयुक्तों को पत्र लिख कर इन अवैध निमाणों पर कार्रवाई करने के लिए निर्देश जारी कर गईं थीं, लेकिन आज बीस दिन बीतने के बाद भी न तो मेयर के आदेश कहीं पर दिखाई दे रहे हैं न निगमायुक्त के, तोडफोड की अधिकतर कार्रवाई केवल कोर्ट के आदेशों पर की जा रहीं हैं, जिसको लेकर हर कोई अब यह समझ रहा है कि इन अवैध नियोगों पर मुखिया जी के आदेश के बाद भी क्यों कार्रवाई नहीं हो रही है? चर्चा तो यह भी चल पडी है कि क्या मुखिया जी