
चारे का खर्चा बचाने के लिए पशुओं को छोड़ देते हैं सड़कों पर
फरीदाबाद: जिले के विभिन्न क्षेत्रों में
सड़कों पर बेसहारा की तरह पालतू पशु घूमते नजर आ रहे हैं। नगर निगम की ओर से सख्त कार्रवाई किए जाने के बाद भी सुधार नहीं हो पा रहा है। नगर निगम की अलग-अलग टीमों ने पिछले तीन महीने में सड़कों पर घूम रहे 2300 बेसहारा पशुओं को गोशालाओं तक पहुंचाया है। इनमें से लगभग 40 प्रतिशत पालतू पशु हैं।
पशु पालक पालतू पशुओं का खर्चा
बचाने उनके ज्याद
नगर निगम की तीन महीने की रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि होती है कि दुधारु पालतू पशुओं को ही पशु पालक जुर्माना राशि भर कर छुडा लाते हैं। नगर निगम की ओर से आमतौर पर सूरजकुंड रोड स्थित श्री. गापोल गोशाला, मवई, ऊंचा गांव, स्वादा तथा नीमका गांव की गोशाला तके बेसहारा गोवंश को पहुंचाया जाता है।
निगम गोशालाओं को देता है चारे की राशि
नगर निगम के आर्थिक सहयोग से चल रही गोशालाओं को हर महीने चारे की राशि प्रदान की जाती है। हालांकि गोशाला प्रबंधक कहते हैं कि यह राशि काफी कम है।