
कैलिफोर्निया, एजेंसी। दुनियाभर में पड़ रही अत्यधिक गर्मी लोगों के शरीर को कमजोर बना रही है। एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि तेज गमा सिर्फ असहज या खतरनाक नहीं ती बल्कि यह हमारे शरीर को अंदर से कमजोर भी बना सकती है। इससे हमारी जैविक उम्र तेजी से बढ़ सकती है, यानी उम्र से पहले (बेवक्त) ही बुढ़ापा आ सकता है।
गर्मी और बढ़ती जैविक उम्र का रिश्ता: अमेरिका के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में किए गए अध्ययन में पता चला है कि ज्यादा गर्मी से शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इससे पसीना, थकान, चक्कर, डिहाइड्रेशन जैसी तकलीफें होती हैं, जिनसे लोग
परेशान हो जाते हैं। लगातार गर्मी झेलने से शरीर की कोशिकाएं और टिशू जल्दी खराब होने लगते हैं, जिससे जैविक उम्र तेजी से बढ़ती है। गर्मी इंसान के डीएनए को तो नहीं बदलती, लेकिन डीएनए कैसे कामु करता है उस पर अवश्य ही अबर डालती है।
बुजुर्गों को किया गया शामिल ः अध्ययन दोन वैज्ञानिकों ने हजारों कालड सैंपल लिए। इसमें निकला कि जो लोग हर साल ० दिन से ज्यादा तेज गर्मी झेलते हैं, उनकी जैविक उम्र औसतन 14 महीने ज्यादा पाई गई। यह ऐसा ही था जैसे कोई धूम्रपान या शराब का अधिक सेवन करता है।