22 सितंबर से गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) कम होने के साथ ही ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी आई है। गाड़ी खरीदने वालों, खासतौर से मिडल इनकम ग्रुप, के लिए ये मौका इसलिए भी बेहतर है क्योंकि इस वक्त मिडल सेगमेंट की नई गाड़ी खरीदने पर अलग-अलग छूट मिल रही है, जिससे करीब 1.35 लाख रुपए तक की बचत हो सकती है।
इसलिए कुछ लोग चंडीगढ़ में पुरानी गाड़ी को ट्रांसफर करवाने के बजाय स्क्रैप करवाकर नई गाड़ी खरीद रहे हैं। रजिस्ट्रिंग एंड लाइसेंसिंग अथॉरिटी के रिकॉर्ड के हिसाब से एवरेज 100 गाड़ियों के पीछे 4 गाड़ियां ऐसी रजिस्टर्ड हो रही हैं जिनको पुरानी गाड़ी स्क्रैप करवाने के सर्टिफिकेट ऑफ डिपोजिट (सीओडी) के साथ रजिस्टर्ड करवाया जा रहा है। चंडीगढ़ पूरे देश में पर कैपिटा व्हीकल्स के मामले में सबसे आगे है, जहां हर परिवार में करीब 5 गाड़ियों हैं। इसके साथ ही चंडीगढ़ पुरानी गाड़ियों को स्क्रैपयार्ड में भेजने में भी कई बड़े राज्यों से आगे चल रहा है। अगस्त में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्क्रैप हो रही गाड़ियां का डेटा रखा, जिसके हिसाब से चंडीगढ़ में
