लुधियाना: कानपुर के बिरहाना रोड
की तंग गली में एक तीन मंजिला इमारत की बेसमेंट में नकली दवाएं बनाने का भंडाफोड़ होने और इसकी जांच आगे बढ़ने से नए राजफाश हो रहे हैं। जांच में पता चला है कि यह नकली दवाएं न केवल कानपुर, बल्कि आगरा में भी बनाई जाती थीं, लेकिन इनकी सप्लाई पंजाब, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, बिहार व कई अन्य राज्यों में हो रही थी। कानपुर और आगरा में जिन दवाओं को तैयार किया जा रहा था उनमें पैरासिटामोल साल्ट और नशे में प्रयोग होने वाला साल्ट शामिल था।
पता चला है कि पहले ब्रांडेड कंपनियों के रैपर तैयार किए जाते थे। उसके बाद इनमें नकली दवाएं पैक कर बेची जा रही थीं। जांच में यह भी सामने आया है कि यह दवाएं
लुधियाना के डीएमसी, सीएमसी, एसपीएस, फोर्टिस अस्पताल के
